रहने मत दो अवगुण का, जीवन में एक भी अंश। रहने मत दो अवगुण का, जीवन में एक भी अंश।
गम छुपाना पड़ता है , दिल के किसी कोने में! गम छुपाना पड़ता है , दिल के किसी कोने में!
हाथ रहे मलता वह तो, अरु हाथ कभी कछु देख न आनी। हाथ रहे मलता वह तो, अरु हाथ कभी कछु देख न आनी।
देह के सरोवर में प्रतिबिंबित अक़्स देखके ख़ुशी से दमकती देह के सरोवर में प्रतिबिंबित अक़्स देखके ख़ुशी से दमकती
समय अभी बचा ले तू इस जीवनधार को कर संचय मत खो अपने इस आधार को। समय अभी बचा ले तू इस जीवनधार को कर संचय मत खो अपने इस आधार को।
'अहा,कितने कमल हैं उसके अंक में धन्य है वह-- सचमुच, धन्य है वह!' 'अहा,कितने कमल हैं उसके अंक में धन्य है वह-- सचमुच, धन्य है वह!'